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शनिवार, 18 अप्रैल 2020

अन्धा होने के बावजूद बना डाली 50 करोड़ की कंपनी

अन्धा होने के बावजूद बना डाली 50 करोड़ की कंपनी

दोस्तों नमस्कार आप सभी का स्वागत है, आज मैं आपको एक ऐसी मोटिवेशनल रियल प्रेरणादायक स्टोरी बता रहा हु,जिसे पढ़ने के बाद मुझे उम्मीद है कि आप जरूर प्रेरित होंगे,तो चलिए शुरु करते है।
अन्धा लड़का

यह स्टोरी एक ऐसे अन्धे लड़के की है,जिसने पूरी दुनिया को दिखा दिया कि विकलांगता से कुछ नही होता मेहनत लगन से अगर दिल में कुछ कर गुजरने की इच्छा हो तो मुश्किल से भी मुश्किल कार्य आसान लगने लगता है ये मोटिवेशनल कहानी ऐसे ही एक लड़के की है, जो आपको प्रेरणा तो देगी साथ ही जिंदगी के बारे में आपको काफी कुछ सीखने को मिलेगा।


          आन्ध्रप्रदेश के सितारामपुरम गाँव मे एक लड़का था 
जिसका परिवार बहुत गरीब था उनके लिए दो वक्त का खाना जुटाना भी बहुत मुश्किल था, वो लड़का अन्धा था और उसके पिता अपने परिवार का पेट भरने के लिए मजदूरी करता था, एक दिन जब उसके पिता अपने खेतों में कुछ काम कर रहा था, तो उसका अन्धा बेटा भी खेत मे आ गया और अपने पिता की मदद करने लगा, तभी पिता को अपने अन्धे बेटे को देख कर दुख हुआ, अपने अन्धे बेटे को खेतों में देख कर पिता समझ गया कि उसका बेटा आगे बढ़ना चाहता है,लेकिन खेती करके नहीं बढ़ सकता, इसलिए पिता ने अपने अन्धे बेटे को पढ़ाने की सोची,
अन्धा लड़का

                     गाँव मे स्कूल नहीं था तो उसके पिता ने पास के दूसरे गाँव के स्कूल में भर्ती करवा दिया कुछ दिनों बाद उनके पिता को लगा कि उनका बच्चा इस स्कूल में कुछ सीख नहीं पा रहा है,

स्कूल

 तो उन्होंने उसका प्रवेश हैदराबाद के एक दिव्यांग स्कूल में करवा दिया,अन्धा होने के कारण कोई सोचता नही था कि पास होगा लेकिन आंध्रप्रदेश स्टेट बोर्ड से 10वी में 90% लेकर आया,सब हैरान रह गए,फिर वह अन्धा लड़का अपना नंबर देख कर और भी पढ़ाई में मेहनत करने लगा, और उसने 11वी में नान मेडिकल लेनी की सोची,

                   लेकिन किसी भी स्कूल ने उसकी भर्ती नही की क्योंकि उस समय राज्य सरकार के मुताबिक एक अन्धा नान मेडिकल नही ले सकता उस लड़के के 6 महीने खराब हो चुके थे थोड़ा निराश हुआ लेकिन लड़के ने हार नही मानी उसने सरकार को नॉन मेडिकल रखने के लिए अर्जी लिखी और फिर उसका पिछला रिकॉर्ड देखते हुए, उसे 11वी में नॉन मेडिकल में भर्ती की अनुमति मिल गई,फिर उस लड़के ने और भी बहुत मेहनत की और 12वी नॉन मेडिकल में इसने 98% लेकर आया जिससे एक बार फिर सब को हैरान किया।
       इतने अच्छे नंबर लाने के बाद लड़के का मनोबल और बढ़ा, इतना ही नही उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए उन्हें भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के साथ लीड इंडिया प्रोजेक्ट में काम करने का मौका भी मिला।फिर इस के बाद इस अन्धे लड़के ने भारत के सबसे बड़े और अच्छे कॉलेज आई आई टी में पढ़ने की ठानी लेकिन इसके लिए कुछ आसान नही था,लड़के ने कॉलेज में अर्जी दी लेकिन कॉलेज ये कह कर इसकी अर्जी ठुकरा दी कि यह अन्धा है, इसके बाद भी इसने हार नही मानी और अमेरिका के कुछ सबसे अच्छे कॉलेजों में स्पॉन्सरसिप की दरखास्त डाल दी।
कॉलेज


                       और आपको ये जानकर हैरानी होगी कि अमेरिका के 4 बड़े कॉलेजों ने इसकी अर्जी स्वीकार कर ली इसने अमेरिका के एम आई टी कॉलेज को चुना और इस कॉलेज में पढ़ने वाले पहले नेत्रहीन छात्र बने इस तरह अन्धे लड़के ने अमेरिका के कॉलेज में अपनी पढ़ाई पूरी की इसके बाद कुछ समय पश्चात अमेरिका को छोड़कर भारत आ गए,यहाँ आकर उन्होंने शारीरिक रूप से कमजोर लोगो के लिए एक सेवा शुरू की जिससे उन्हें प्रोत्साहन और मदद दी जा सके इसने लगभग 3000 लोगो की मदद की लेकिन इन्हें ये महसूस हुआ कि ये लोग अपनी सामान्य जिंदगी तो जीने लगे है ,लेकिन अपनी रोजाना की जरूरतों के लिए किस पर आश्रित रहेंगे और इनके रोजगार का क्या होगा
              इसके लिए इन्होंने बोलेण्ड कंपनी की स्थापना की इस कंपनी का मुख्य उद्देश्य अशिक्षित व अपंग लोगो को रोजगार देना है,और उपभोक्ताओं को पर्यावरण के अनुकूल पैकेजिंग सोलुशन प्रदान करना है।


जिसमे लगभग 200 से ज्यादा दिव्यांगो को रोजगार देकर उन्हें भी सम्मान के साथ जिने का अवसर प्रदान कर रही है,उनकी यह कंपनी का सालाना टर्न ओवर 50 करोड़ से भी ज्यादा का है।
              दोस्तो मैं आपको बताना चाहूँगा हम जिस अन्धे लड़के की बात कर रहे है उनका नाम श्रीकांत बोला है,
श्रीकांत बोला

श्रीकांत ने आम लोगो से खास बनने की प्रेरणा दी है श्रीकांत मिशाल है, जो दृष्टिहीन है,उनके लिए बस नही बल्कि उन सभी के लिए जो अपनी जीवन मुश्किल समझते है।

     दोस्तों इससे हमें यह सीख मिलती है कि जिंदगी किसी की आसान नही होती उसे आसान हमे ही बनाना पड़ता है,जब एक दृष्टिहीन लड़का ये कर सकता है तो आप क्यू नही,बिल्कुल कर सकते है।
दोस्तों उम्मीद है की ये रियल मोटिवेशनल स्टोरी आपको अच्छी लगी होगी, अगर अच्छी लगी हो तो कमेंट में बताए और शेयर जरूर करें।

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