राजा और तीन बालक की कहानी(Story of king and three children)
बुध्दि "अनुभव और ज्ञान" की समानता को संदर्भित करती है, और भलाई को बेहतर बनाने के लिए दोनों का प्रभावी ढंग से उपयोग कैसे करें यह बताती है। हम शिक्षा और शिक्षा द्वारा ज्ञान प्राप्त करते है और ज्ञान बुद्धिमान होने का गुण है। ज्ञान हमें तथ्यों और सच्चाई की स्पष्ट समझ देता है और ज्ञान हमें जीवन में सही निर्णय लेने में मदद करता है।
ज्ञान हमारे लिए कितना जरुरी है हम एक छोटी सी कहानी के माध्यम से समझने का प्रयाश करेंगे तो चलिए शुरू करते है।
Motivational story in Hindi:- बहुत समय पहले की बात है एक राजा था जिनको जंगलो में शिकार करने का बहुत शौक था,वह प्रतिदिन अपने कुछ सैनिको के साथ वह रास्ते में एक समुंद्र था उसके किनारे से वह राजा जंगलो में शिकार करने जाता था,एक दिन वह अपने एक बच्चे को भी शिकार करने जाता है तो लेके जाता है, जब राजा जंगलो में शिकार कर रहा होता है तभी थोड़ी देर बाद अचानक वहा बहुत तेजी से बारिश होने लगी और हवा भी बहुत तेजी से चलने लगी।
बारिश के साथ इतनी तेज हवा चल रही थी की कुछ दिखाई भी नहीं दे रहा था, राजा के साथ सभी सैनिक उस बारिश से बचने के लिए इधर उधर जाने लगे कुछ समय बाद बारिश बंद हुई तो राजा अपने सैनिको को पुकारने लगे।
लेकिन इतनी आंधी तूफान में सारे सैनिक राजा से बिछड़ गए थे,राजा और उसके बेटे ही साथ थे राजा का बेटा बारिश में पूरी तरह भीग चूका था,पूरी तरह भीगने के कारण राजा के बेटे को बहुत तेज बुखार हो गया उस जंगल में कोई था भी नहीं देखते देखते थोड़ी देर बाद शाम हो गई।
थोड़ी देर बाद जंगल की तरफ 3 लड़के आते दिखाई दिए, राजा ने देखा उन लड़को को तो उन्होंने तीनो लड़को को अपनी तरफ बुलाया फिर राजा ने कहा क्या आप लोग मेरी मदद कर सकते हो, मेरे बेटे को बारिश में भींगने के कारण बहुत तेज बुखार हो गया है मैं इन जंगलो में फस गया हु अपने सैनिको से भी बिछड़ गया हु।
क्या किसी वैध के पास मुझे ले जा सकते हो लड़को ने कहा क्यों नहीं हम आपकी मदद जरूर करेंगे इतना बोलने के बाद लड़को ने राजा और उसके बेटे को जंगल के आगे अपने गांव जहा एक वैध रहता था उसके घर लेके गए।
वैध ने पूरी रात राजा के बेटे का इलाज किया सुबह उसकी तबियत में सुधार आ गई, राजा ने खुश होकर उस वैध को पुरुस्कार के रूप में कुछ धन दिए और उन बालको को अपने पास बुलाकर कहा की मै एक राजा हु। आप लोगो ने मेरी बहुत बड़ी मदद की है मै आप तीनो से बहुत प्रसन्न हु मांगो जो तुम्हे मांगना है मैं तुमको जो मांगोगे वो दूंगा।
तीनो लड़के राजा की बात सुनते ही बहुत खुश हो गए और फिर पहले लड़के ने बोला -मुझको ढेर सारा धन चाहिए जिससे मेरी गरीबी दूर हो जाये।
राजा ने कहा मै तुमको धन दूंगा जिससे तुम्हारी गरीबी दूर हो जाये।
फिर दूसरे लड़के ने कहा मुझे - धन के साथ एक बंगला चाहिए।
राजा ने दूसरे लड़के को भी बोला तुमको भी मिल जायेगा।
फिर तीसरे लड़के ने कहा -महाराज मुझे ज्ञान चाहिए मुझे एक अच्छी स्कूल में पढाई करनी है, इसके अलावा और कुछ नहीं चाहिए,राजा तीसरे लड़के की बात सुन कर खुश हो गए और राजा ने उस लड़के को एक स्कूल में भर्ती कराया। और इतना करने के बाद राजा अपने बेटे के साथ महल चला गया कुछ सालो बाद उस लड़के ने पढाई पूरी करके उसी राजा के यहाँ मंत्री बन गया।
काफी दिनों बाद राजा को अपनी पुरानी जंगल वाली बात याद आयी तो राजा ने उन दो लड़को से मिलना चाहा फिर राजा ने अपने मंत्री उस तीसरे लड़के को कहा तुम्हारे दोस्त उन दोनों लड़को को बुलाओ बोलना महाराज ने याद किया है।
फिर दूसरे दिन मंत्री ने उन दोनों लड़को को बुलाया फिर राजा ने दोनों से पूछा कैसे हो? - फिर पहले लड़के ने जवाब दिया महाराज मै तो कंगाल हो गया हु सारा धन आपने जितने दिए थे खत्म हो गया है।
फिर दूसरे से राजा ने पूछा -दूसरे लड़के ने भी जवाब दिया महाराज मेरा भी कुछ धन चोरी हो गया है और बाकि धन खत्म हो गया है अभी मेरे पास कुछ भी नहीं है।
इतने में राजा ने मुस्कुराते हुए तीसरे लड़के मतलब अपने मंत्री से पूछा- वह लड़का बोला महाराज मैंने तो आपसे ज्ञान माँगा था और ज्ञान खतम होने वाली चीज नहीं है, आपने मुझे जब से ज्ञान का रास्ता दिखाया है तब से मेरा ज्ञान दिन प्रतिदन बढ़ता ही जा रहा है।अपनी दोस्त की बात सुन कर उन दोनों लड़को को बात समझ में आ गई उन दोनों को बहुत अफसोस हुआ।
दोस्तों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है की ज्ञान से बड़ा कोई धन नहीं है,जो की बाँटने से और बढ़ता है संसार रूपी धन तो ख़तम हो सकता है लेकिन ज्ञान कभी खत्म नहीं होती।
दोस्तों उम्मीद करता हु की इस कहानी से आपको प्रेरणा मिली होगी यदि अच्छी लगी हो तो comment में बताये और share जरूर करें।
बुध्दि "अनुभव और ज्ञान" की समानता को संदर्भित करती है, और भलाई को बेहतर बनाने के लिए दोनों का प्रभावी ढंग से उपयोग कैसे करें यह बताती है। हम शिक्षा और शिक्षा द्वारा ज्ञान प्राप्त करते है और ज्ञान बुद्धिमान होने का गुण है। ज्ञान हमें तथ्यों और सच्चाई की स्पष्ट समझ देता है और ज्ञान हमें जीवन में सही निर्णय लेने में मदद करता है।
ज्ञान हमारे लिए कितना जरुरी है हम एक छोटी सी कहानी के माध्यम से समझने का प्रयाश करेंगे तो चलिए शुरू करते है।
राजा |
Motivational story in Hindi:- बहुत समय पहले की बात है एक राजा था जिनको जंगलो में शिकार करने का बहुत शौक था,वह प्रतिदिन अपने कुछ सैनिको के साथ वह रास्ते में एक समुंद्र था उसके किनारे से वह राजा जंगलो में शिकार करने जाता था,एक दिन वह अपने एक बच्चे को भी शिकार करने जाता है तो लेके जाता है, जब राजा जंगलो में शिकार कर रहा होता है तभी थोड़ी देर बाद अचानक वहा बहुत तेजी से बारिश होने लगी और हवा भी बहुत तेजी से चलने लगी।
बारिश के साथ इतनी तेज हवा चल रही थी की कुछ दिखाई भी नहीं दे रहा था, राजा के साथ सभी सैनिक उस बारिश से बचने के लिए इधर उधर जाने लगे कुछ समय बाद बारिश बंद हुई तो राजा अपने सैनिको को पुकारने लगे।
लेकिन इतनी आंधी तूफान में सारे सैनिक राजा से बिछड़ गए थे,राजा और उसके बेटे ही साथ थे राजा का बेटा बारिश में पूरी तरह भीग चूका था,पूरी तरह भीगने के कारण राजा के बेटे को बहुत तेज बुखार हो गया उस जंगल में कोई था भी नहीं देखते देखते थोड़ी देर बाद शाम हो गई।
थोड़ी देर बाद जंगल की तरफ 3 लड़के आते दिखाई दिए, राजा ने देखा उन लड़को को तो उन्होंने तीनो लड़को को अपनी तरफ बुलाया फिर राजा ने कहा क्या आप लोग मेरी मदद कर सकते हो, मेरे बेटे को बारिश में भींगने के कारण बहुत तेज बुखार हो गया है मैं इन जंगलो में फस गया हु अपने सैनिको से भी बिछड़ गया हु।
क्या किसी वैध के पास मुझे ले जा सकते हो लड़को ने कहा क्यों नहीं हम आपकी मदद जरूर करेंगे इतना बोलने के बाद लड़को ने राजा और उसके बेटे को जंगल के आगे अपने गांव जहा एक वैध रहता था उसके घर लेके गए।
वैध ने पूरी रात राजा के बेटे का इलाज किया सुबह उसकी तबियत में सुधार आ गई, राजा ने खुश होकर उस वैध को पुरुस्कार के रूप में कुछ धन दिए और उन बालको को अपने पास बुलाकर कहा की मै एक राजा हु। आप लोगो ने मेरी बहुत बड़ी मदद की है मै आप तीनो से बहुत प्रसन्न हु मांगो जो तुम्हे मांगना है मैं तुमको जो मांगोगे वो दूंगा।
तीनो लड़के राजा की बात सुनते ही बहुत खुश हो गए और फिर पहले लड़के ने बोला -मुझको ढेर सारा धन चाहिए जिससे मेरी गरीबी दूर हो जाये।
राजा ने कहा मै तुमको धन दूंगा जिससे तुम्हारी गरीबी दूर हो जाये।
फिर दूसरे लड़के ने कहा मुझे - धन के साथ एक बंगला चाहिए।
राजा ने दूसरे लड़के को भी बोला तुमको भी मिल जायेगा।
फिर तीसरे लड़के ने कहा -महाराज मुझे ज्ञान चाहिए मुझे एक अच्छी स्कूल में पढाई करनी है, इसके अलावा और कुछ नहीं चाहिए,राजा तीसरे लड़के की बात सुन कर खुश हो गए और राजा ने उस लड़के को एक स्कूल में भर्ती कराया। और इतना करने के बाद राजा अपने बेटे के साथ महल चला गया कुछ सालो बाद उस लड़के ने पढाई पूरी करके उसी राजा के यहाँ मंत्री बन गया।
काफी दिनों बाद राजा को अपनी पुरानी जंगल वाली बात याद आयी तो राजा ने उन दो लड़को से मिलना चाहा फिर राजा ने अपने मंत्री उस तीसरे लड़के को कहा तुम्हारे दोस्त उन दोनों लड़को को बुलाओ बोलना महाराज ने याद किया है।
फिर दूसरे दिन मंत्री ने उन दोनों लड़को को बुलाया फिर राजा ने दोनों से पूछा कैसे हो? - फिर पहले लड़के ने जवाब दिया महाराज मै तो कंगाल हो गया हु सारा धन आपने जितने दिए थे खत्म हो गया है।
फिर दूसरे से राजा ने पूछा -दूसरे लड़के ने भी जवाब दिया महाराज मेरा भी कुछ धन चोरी हो गया है और बाकि धन खत्म हो गया है अभी मेरे पास कुछ भी नहीं है।
राजा और तीन लड़के |
इतने में राजा ने मुस्कुराते हुए तीसरे लड़के मतलब अपने मंत्री से पूछा- वह लड़का बोला महाराज मैंने तो आपसे ज्ञान माँगा था और ज्ञान खतम होने वाली चीज नहीं है, आपने मुझे जब से ज्ञान का रास्ता दिखाया है तब से मेरा ज्ञान दिन प्रतिदन बढ़ता ही जा रहा है।अपनी दोस्त की बात सुन कर उन दोनों लड़को को बात समझ में आ गई उन दोनों को बहुत अफसोस हुआ।
दोस्तों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है की ज्ञान से बड़ा कोई धन नहीं है,जो की बाँटने से और बढ़ता है संसार रूपी धन तो ख़तम हो सकता है लेकिन ज्ञान कभी खत्म नहीं होती।
दोस्तों उम्मीद करता हु की इस कहानी से आपको प्रेरणा मिली होगी यदि अच्छी लगी हो तो comment में बताये और share जरूर करें।
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